हर साल 5 जनवरी को राष्ट्रीय पक्षी दिवस (National Bird Day) मनाया जाता है। हमारे आसपास ढेरों पक्षी होते हैं जैसे गौरैया, कबूतर, मुनिया, सनबर्ड, लाफ़िंग डव, बुलबुल, मैना, तोते आदि। अपने घर के आसपास के कई पक्षियों के तो हम नाम भी नहीं जानते। कुछ पक्षी हमारे देश में विलुप्ति की कगार पर आ गए हैं। ऐसे में हम अपनी ओर से पक्षियों के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। उनके लिए दाना-पानी रखने के अलावा हम उनके बारे में अपनी जानकारी बढ़ा सकते हैं।
इतिहास : राष्ट्रीय पक्षी दिवस अमेरिका से शुरू हुआ और साल 2002 के बाद से हर साल 5 जनवरी को मनाया जाता है। यही खास दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 5 जनवरी वार्षिक “क्रिसमस बर्ड काउंट” का दिन भी होता है। हमारे देश में कई पशु-पक्षियों को पूजनीय भी माना जाता है। पेड़-पौधों और नदियों के अलावा ऐसे कई पशु-पक्षी भी हैं, जिनके ख़त्म हो जाने पर हमारा अस्तिव भी खतरे में पड़ सकता है।
यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनके साथ आप इस दिन को ख़ास बना सकते हैं :
- फ़ीडर, आश्रय और पानी के सकोरे वगैरह रखकर अपने आँगन या छत को और खूबसूरत बनाएँ। जानें कि स्थानीय पक्षी किन चीज़ों को खाना पसंद करते हैं। उन्हें अपने आस-पास देखने का आनंद ही अलग होगा।
- आप पक्षियों पर कोई किताब भी लेकर आ सकते हैं। इससे आपको अपने इलाके की पक्षी प्रजातियों से परिचित होने और अपने फ़ीडरों पर आने वाले पक्षियों को पहचानने में मदद मिलेगी।
- अगर आपके पास कोई अच्छा कैमरा (DSLR) है तो पक्षियों के खूबसूरत तस्वीरें लेकर अपने संग्रह में रखें या सोशल मीडिया पर अपलोड करें।
- लुप्तप्राय पक्षी प्रजातियों की सुरक्षा के लिए बनाई गई किसी एवियरी (पक्षी विहार) को डोनेट करें।
- विभिन्न पक्षी प्रजातियों के बारे में अपनी जानकारी को बढ़ाने के लिए अपने आसपास की किसी एवियरी में जाएँ। आप वनस्पति उद्यानों, चिड़ियाघरों या संरक्षण क्षेत्रों में विदेशी प्रजातियों को भी नज़दीक से देख सकते हैं।